आप हेडक्वार्टर में जश्न की तैयारियां, लेकिन मीडिया कवरेज की इजाजत नहीं; भाजपा को भी जीत का भरोसा

नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में कल यानी मंगलवार 11 फरवरी को विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होंगे। मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा के बीच ही है। एग्जिट पोल्स की मानें तो आप को लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत मिल सकता है। वहीं, भाजपा का दावा है कि उसे जीत मिलेगी। वो एग्जिट नहीं, एग्जेक्ट पोल्स के नतीजों का इंतजार कर रही है। कांग्रेस भी मैदान में है। लेकिन, उसकी ज्यादा चर्चा नहीं हो रही। आप के मुख्यालय में जश्न की तैयारियां हैं। हालांकि, बाहर मौजूद मीडिया को फिलहाल कवरेज की इजाजत नहीं है। भाजपा के दिल्ली यूनिट ऑफिस में भी जश्न की तैयारियां हैं। यहां मीडिया कवरेज पर कोई रोक-टोक नहीं है। भाजपा और आप के बड़े नेता बूथ इंचार्ज से अब भी फीडबैक ले रहे हैं। पेश है आप और भाजपा के दफ्तरों से दैनिक भास्कर की यह खास रिपोर्ट। 


आम आदमी पार्टी मुख्यालय
आप का हेडक्वार्टर पंडित दीनदयाल मार्ग पर है। यहां कोई बड़ा नेता नहीं मिला। लेकिन, कुछ लोडिंग वाहनों से कुर्सियां, कालीन और साउंड सिस्टम उतारते कार्यकर्ता नजर आए। बिल्डिंग के करीब जाने की इजाजत नहीं है। कुछ चैनलों की ओबी वैन और संवाददाता तैयारियों का जायजा लेने की कोशिश करते हैं। उन्हें फौरन रोक दिया जाता है। भास्कर संवाददाता ने जब एक आप नेता से इसकी वजह पूछी तो उसने कहा- बड़े नेताओं का आदेश है कि फिलहाल, किसी तरह का कवरेज न करने दिया जाए। 2015 में चुनाव परिणाम के बाद आप नेताओं ने गैलरी में आकर जनता का अभिवादन स्वीकार किया था। इस बार छत पर पंडाल लगाया गया है। यहीं केजरीवाल समेत बड़े नेता मौजूद रहेंगे। मुख्य दरवाजे से ऑफिस तक रेड कार्पेट बिछाया जा रहा है। रात तक सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली जाएंगी। पिछले चुनाव में आप ने 70 में से 67 सीटें जीती थीं। स्ट्रॉन्ग रूम जहां ईवीएम रखी गई हैं, वहां आप कार्यकर्ता मौजूद हैं।


भाजपा दफ्तर
दिल्ली भाजपा इकाई का दफ्तर 14 पंत मार्ग पर है। यहां भी उत्साह में कोई कमी नजर नहीं आती। भाजपा को भरोसा है कि दिल्ली में एग्जिट पोल्स के नतीजे गलत साबित होंगे और पार्टी का प्रदर्शन पिछले चुनाव की तुलना में बहुत बेहतर साबित होगा। यहां भी डोम तैयार किया जा रहा है। नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने भास्कर से कहा, “20 सीटें जीतना तो तय है। 7 सीटों पर एकदम नेक टू नेक फाइट है। 11 पर करीबी मुकाबला रहेगा।” भाजपा ने 2015 में 70 में से सिर्फ 3 सीटें जीती थीं। 


कांग्रेस दफ्तर में वीरानगी
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तस्वीर मंगलवार को साफ हो जाएगी। लेकिन, कांग्रेस दफ्तर में सन्नाटा अभी से पसरा नजर आता है। न कोई बड़ा नेता है और न ज्यादा कार्यकर्ता। एग्जिट पोल्स में भी कांग्रेस को 2 से ज्यादा सीटें नहीं दी गई हैं। हैरानी की बात यह है कि चुनाव परिणाम अभी नहीं आए हैं लेकिन कांग्रेस के दो बड़े नेताओं ने आप को संभावित समर्थन पर बयान दे दिए। पीसी. चाको ने कहा कि नतीजों के बाद विचार करेंगे। वहीं, पार्टी के दिल्ली प्रदेशाध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने समर्थन की बात को सिरे से ही खारिज कर दिया।