नया जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही आज आएगा अस्तित्व में, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल औचारिक ऐलान करेंगे

नया जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही आज आएगा अस्तित्व में, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल औचारिक ऐलान करेंगे


पेंड्रा। छत्तीसगढ़ में नवगठित जिले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही सोमवार को अस्तित्व में आने जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कुछ देर बाद इसका औपाचारिक ऐलान करेंगे। इसके साथ ही राज्य में 28 जिले अपना स्वरूप ले लेंगे। इसको लेकर ग्राम सेमरा के गुरूकुल में बनाए गए अस्थाई जिला मुख्यालय में कार्यक्रम होगा। नवगठित जिले में गोंडवाना भवन को अस्थाई रूप से एसपी कार्यालय बनाया गया है। नया जिला बनाने की मांग पिछले 25 सालों से की जा रही थी, जिसे मुख्यमंत्री बघेल ने पूरा कर दिया है।


नवगठित जिले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के उद्घाटन अवसर को यादगार बनाने की तैयारियां की गई हैं। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत, कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत, बिलासपुर सांसद अरुण साहू, मरवाही विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, कोटा विधायक रेणु जोगी शामिल सहित अन्य नेता शामिल होंगे। नवगठित जिले में दो संसदीय क्षेत्र कोरबा और बिलासपुर के अंतर्गत आते हैं। मरवाही और कोटा विधानसभा क्षेत्र में इस जिले में हैं। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ला की जयंती पर अस्तित्व में आने वाले जिले की अधिकांश सीमा मध्य प्रदेश से रखती है।


मरवाही की कुल आबादी का 57.09 % आदिवासी
स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा की थी। नया जिला बनने पर बिलासपुर की दो नगर पंचायत, 162 पंचायत और 225 गांव गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में चले जाएंगे। तीन जनपद पंचायत, 74 पटवारी हल्का, तीन थाने, तीन आरआई सर्कल, मौसम वेधशाला भी जिले से अलग होकर नए जिले में शामिल होंगे। वहीं वन क्षेत्र भी नए जिले में 2307.38 वर्ग किमी होगा। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, जिले की नए जिले की आबादी 3 लाख 36 हजार 420 है, इसमें 57.09 फीसदी यानी 1 लाख 92 हजार 73 आदिवासी हैं।