पूर्व कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने किया शिवपुरी में माधौ महाराज की प्रतिमा का अनावरण
7 साल बाद माधवचौक पर फिर स्थापित हुई माधौ महाराज की प्रतिमा
शिवपुरी । शिवपुरी के हृदय स्थल माधव चौक पर शिवपुरी नगर को बसाने वाले कैलाशवासी माधौ महाराज की प्रतिमा का अनावरण आज पूर्व मंत्री एवं विधायक यशोधरा राजे सिंधिया द्वारा किया गया। यशोधरा राजे ने अपने पूर्वज माधौ महाराज की प्रतिमा का जीर्णोद्धार एवं माधवचौक चौराहे का सौंदर्यीकरण अपने विधायक फंड से कराया है। इस अवसर पर माधवचौक को आकर्षक ढंग से फूलों से सजाया गया।
सिंधिया राजपरिवार में शिवपुरी के विकास में माधौ महाराज प्रथम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। माधौ महाराज के समय में ही शिवपुरी में छत्री का निर्माण किया गया था, जो उन्होंने अपनी मां जीजा बाई की स्मृति में कराया था। आगरा के ताजमहल का निर्माण एक ओर जहां सम्राट शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में कराया था। वहीं छत्री माधौ महाराज की अपनी मां के प्रति भक्ति का एक अद्वितीय उदाहरण है। माधौ महाराज के समय में ही शिवपुरी में नेरोगेज रेल लाइन की स्थापना हुई थी। जहां से ट्रेन ग्वालियर तक अपडाउन करती थी। बाद में आपातकाल में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने नेरोगेज को बंद कर पटरिया उखडवा ली थीं। माधौ महाराज ने शिवपुरी में विकास संरचनाएं आगामी भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए बनवाई थी। उनके समय में बनी हुई सीवर लाईन आज भी कार्यरत है। चांद पाठा और भदैयाकुण्ड का निर्माण कर उन्होंने शिवपुरी को लंबे समय तक पानी की समस्या से मुक्त रखा। तालाब और बांधो की श्रृंखलाएं बनवाई। शिवपुरी के चारों ओर वायपास सड़कों का निर्माण किया। उनके समय में ही शिवपुरी सिंधिया स्टेट की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनी। ऐसे यशस्वी महाराज की प्रतिमा 1951-52 में माधव चौक पर स्थापित की गई थी। जिसका अनावरण मध्य भारत के उस समय के मुख्यमंत्री लीलाधर जोशी ने किया था। बाद में माधौ महाराज की दरबारियों और धन्ना सेठों तथा नगर पालिका ने माधव चौक पर माधौ महाराज प्रथम की अष्ठधातू की मूर्ति स्थापित की। लेकिन उपद्रवी तत्वों द्वारा प्रतिमा को 7 साल पहले क्षतिग्रस्त करने के बाद शिवपुरी अनेक समस्याओं से घिरा। एक समय सिंधिया स्टेट की खूबसूरत नगरी बदसूरती में बदल गई। शहर की सारी सड़के खुद गई और यहां के नागरिक तमाम तरह की बीमारियों के शिकार हो गए। पानी की समस्या ने भी तेजी से सिर उठा लिया। विकास की दौड़ में शिवपुरी निरंतर पिछड़ती चली गई और छोटे-छोटे शहर शिवपुरी से आगे निकल गए। लेकिन विधायक यशोधरा राजे सिंधिया अपने पूर्वज माधौ महाराज को नहीं भूली और उनके मन में प्रतिमा को उखाड़ फेंकने से एक कष्ट रहा। जिसके कारण उन्होंने स्वयं व्यक्तिगत रूचि लेकर क्षतिग्रस्त प्रतिमा का न केवल जीर्णोद्धार कराया। बल्कि उसे माधव चौक का सौंदर्यीकरण कर उसे पुन: स्थापित भी किया।
शिवपुरी । शिवपुरी के हृदय स्थल माधव चौक पर शिवपुरी नगर को बसाने वाले कैलाशवासी माधौ महाराज की प्रतिमा का अनावरण आज पूर्व मंत्री एवं विधायक यशोधरा राजे सिंधिया द्वारा किया गया। यशोधरा राजे ने अपने पूर्वज माधौ महाराज की प्रतिमा का जीर्णोद्धार एवं माधवचौक चौराहे का सौंदर्यीकरण अपने विधायक फंड से कराया है। इस अवसर पर माधवचौक को आकर्षक ढंग से फूलों से सजाया गया।
सिंधिया राजपरिवार में शिवपुरी के विकास में माधौ महाराज प्रथम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। माधौ महाराज के समय में ही शिवपुरी में छत्री का निर्माण किया गया था, जो उन्होंने अपनी मां जीजा बाई की स्मृति में कराया था। आगरा के ताजमहल का निर्माण एक ओर जहां सम्राट शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में कराया था। वहीं छत्री माधौ महाराज की अपनी मां के प्रति भक्ति का एक अद्वितीय उदाहरण है। माधौ महाराज के समय में ही शिवपुरी में नेरोगेज रेल लाइन की स्थापना हुई थी। जहां से ट्रेन ग्वालियर तक अपडाउन करती थी। बाद में आपातकाल में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने नेरोगेज को बंद कर पटरिया उखडवा ली थीं। माधौ महाराज ने शिवपुरी में विकास संरचनाएं आगामी भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए बनवाई थी। उनके समय में बनी हुई सीवर लाईन आज भी कार्यरत है। चांद पाठा और भदैयाकुण्ड का निर्माण कर उन्होंने शिवपुरी को लंबे समय तक पानी की समस्या से मुक्त रखा। तालाब और बांधो की श्रृंखलाएं बनवाई। शिवपुरी के चारों ओर वायपास सड़कों का निर्माण किया। उनके समय में ही शिवपुरी सिंधिया स्टेट की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनी। ऐसे यशस्वी महाराज की प्रतिमा 1951-52 में माधव चौक पर स्थापित की गई थी। जिसका अनावरण मध्य भारत के उस समय के मुख्यमंत्री लीलाधर जोशी ने किया था। बाद में माधौ महाराज की दरबारियों और धन्ना सेठों तथा नगर पालिका ने माधव चौक पर माधौ महाराज प्रथम की अष्ठधातू की मूर्ति स्थापित की। लेकिन उपद्रवी तत्वों द्वारा प्रतिमा को 7 साल पहले क्षतिग्रस्त करने के बाद शिवपुरी अनेक समस्याओं से घिरा। एक समय सिंधिया स्टेट की खूबसूरत नगरी बदसूरती में बदल गई। शहर की सारी सड़के खुद गई और यहां के नागरिक तमाम तरह की बीमारियों के शिकार हो गए। पानी की समस्या ने भी तेजी से सिर उठा लिया। विकास की दौड़ में शिवपुरी निरंतर पिछड़ती चली गई और छोटे-छोटे शहर शिवपुरी से आगे निकल गए। लेकिन विधायक यशोधरा राजे सिंधिया अपने पूर्वज माधौ महाराज को नहीं भूली और उनके मन में प्रतिमा को उखाड़ फेंकने से एक कष्ट रहा। जिसके कारण उन्होंने स्वयं व्यक्तिगत रूचि लेकर क्षतिग्रस्त प्रतिमा का न केवल जीर्णोद्धार कराया। बल्कि उसे माधव चौक का सौंदर्यीकरण कर उसे पुन: स्थापित भी किया।